मनचाही शादी के लिए जरूरी वास्तु दिशाएं - vastu tips for marriage
आज चर्चा करते है वास्तु शास्त्र में किन दिशाओ से शादी के लिए देखा जाता है, अगर शादी नहीं हो पा रही या मनचाहा रिश्ता नहीं आ रहा तो किस दिशा में दोष संभव है.
शादी जिंदगी का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग है, शास्त्रानुसार जिंदगी चार विषय धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष को पूर्ण करने के लिए घर के साथ शादी भी जरूरी है.
kaafi log mere se vastu me shadi ke liye consult karne aate hai aur kbhi kbhi students ki yehi query hoti hai ke shadi ke liye vastu kaise dekhna chahiye .
Is article me maine apne hisab se shadi ke liye ye teen disha jimmedaar hoti hai
vastu direction shadi ke liye
अगर बात वास्तु की आती है तो मैं तीन ज़ोन्स को बहुत महत्वपूर्ण मानता हूँ, हर वास्तु शास्त्री अपने अनुसार उपाय करता है, कोई किसी जोन या दिशा को जरूरी मानता है कोई किसी को. मेरी नज़र में ये ज़ोन हैं - पूर्व, दक्षिणपूर्व और दक्षिणपश्चिम। ये क्यों है ख़ास आइये जानते है.
purv disha ka mehtav shadi ke liye
पूर्व - अथर्ववेद में अर्यमा देव को स्त्रीरहित पुरुष को स्त्री और पुरुषरहित स्त्री को पुरुष प्रदान करने वाला देवता कहकर सम्भोधित किया गया है, इसका सीधा संबंध ये बनता है के अपनी कामना के अनुसार पति-पत्नी चाहने वाले लोगों को घर का पूर्व कोण वास्तु सम्मत बनाना चाहिए.
dakshinpurv (aagnay kon) disha kyu jaroori hai
दक्षिणपूर्व - अग्नि तत्व से जुड़ा ये कोण होता है, अग्नि जीवन के हर मंगल कार्य से जुडी मानी गई है, इसके बिना कोई भी मंगल कार्य सही से पूर्ण होना असंभव है. एक उत्साह और जोश मन में होना अति आवश्यक है, शारीरिक रूप से स्वस्थ होना भी किसी कार्य के लिए जरूरी है इसलिए मेरी नज़र में अग्नि तत्व भी जरूरी है शादी के लिए.
dakshinpaschim (naritya kon) ka shadi se sambandh
दक्षिणपश्चिम - ये कोण शादी के लिए सबसे बेसिक होता है, रिश्ते नाते सब इसी से operate होते है, पितरों से जुड़ा होने के कारण वंशवृद्धि इसी जोन से देखि जाती है. relationships नयी बनाना या पुरानी को सही से चलाना यही शक्ति देखती है. ये तीन जोन मेरी नज़र में शादी के लिए जरूरी है. ye 3 zones ya dishaye shadi ke bahut jaroori hoti hai.
Achha rishta laane ke liye disha
कुछ लोग नार्थवेस्ट को जरूरी मानते है, ताकि अच्छा एक अच्छा रिश्ता कोई बाहरी व्यक्ति लेकर आ जाये लेकिन यदि पूर्व दिशा खराब है तो मन माफिक नहीं होगा जो आज की सबसे जरूरी डिमांड है, दक्षिणपूर्व खराब है तो पैसे की बात या स्त्रियों की आपस की सेटिंग के कारण रिश्ता नहीं होता, सगाई तक टूट जाती है, साउथवेस्ट खराब है तो रिश्ता बनकर भी टूट सकता है.
Gud information Sir
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