कैसे देखे अपने घर का वास्तु - how to check own vastu


आज बात करते है compass के हिसाब से ईशान कोण व् अन्य कोण कैसे देखते है. कभी कभी कोण के हिसाब से गलत फहमी रहती है, कुछ लोग अपने घर की दीवारों से ईशान या नैऋत्य कोण तय कर लेते है जो की कभी कभी गलत होता है. आइये जानते कितने डिग्री पर कौन सा कोण होता है.






 

जब भी हम किसी घर के अंदर जाए तो उस घर के ब्रह्म स्थान पर compass रख दीजिये। इसमें magnetic compass ज्यादा अच्छा रहता है. 0 डिग्री पर हमारा उत्तर होता है, व् 45 डिग्री पर ईशान कोण (north-east) होता है. अब यदि आपने कोई वस्तु 50 या 55 डिग्री पर रखी है तो इसका मतलब इसे हम north-east-east कहेंगे. 



पूर्व दिशा 90 डिग्री, आग्नेय कोण 135 degree पर स्थित होता है. दक्षिण 180 डिग्री व् साउथ-वेस्ट यानि के नैऋत्य कोण 225 डिग्री पर स्थित माना गया है. 



पश्चिम दिशा 270 डिग्री व् वायव्य कोण 315 डिग्री पर होता है. इस degree के अनुसार आप किसी वास्तु consultant से फ़ोन पर बात कर सकते है आसानी रहेगी। 




कुछ लोग अपनी main entrance दक्षिण मुखी कहते है लेकिन वास्तु व् दक्षिण बहुत बड़ा होता है इसमें अच्छी entrance भी हो सकती है और नेगेटिव भी. तो इस प्रकार आप अपनी entrance व् चीज़ों की accurate placement देख सकते है. 



लेकिन डिग्री भर जान लेना ही वास्तु जान लेना नही होता है, इसके घर की अन्य स्थितियाँ भी देखी जाती है. लेकिन डिग्री जान लेने से आप किसी वास्तु एक्सपर्ट की बातों और उपायों को समझने लायक जरूर हो जाओगे. जैसे यदि की वास्तु एक्सपर्ट आपको कोई मिटटी का गुलदस्ता south-west-south में रखने को कह रहा है तो इसका मतलब 225 से 202 डिग्री उसका कहने का मतलब है. 

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